Swami Prasad Maurya News: उत्तर प्रदेश, समाजवादी पार्टी के खेमे से खबर आ रही है स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखकर पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा की पेशकश की है. स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) वर्तमान में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं, अपने आप में बहुत अहम रखती है यह खबर क्योंकि उनके जो हाल ही में जो विवादास्पद बयान आए थे उसको लेकर खासी तलकी थी और समाजवादी पार्टी पर यह आज जो उनके शीश नेतृत्व हैं दबाव रहा होगा कि कोई कार्रवाई आप करते हैं कि नहीं, तो फिलहाल यह सभी पदों से उन्होंने इस्तीफा दे दिया है.
Uttar Pradesh News: Swami Prasad Maurya ने भेदभाव पर बातचीत को उत्तेजक बनाया, दिया इस्तीफा SP के राष्ट्रीय महासचिव पद से
सीधे चलेंगे अपने सहयोगी रणवीर सिंह से बात करने की, यह बहुत ही अहम खबर आ रही है उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनाव से पहले क्योंकि उत्तर प्रदेश से 80 सीटों की उम्मीद की जा रही है केंद्र द्वारा भाजपा द्वारा एनडीए द्वारा तो ऐसे में यहां पर किस तरह से विपक्ष के खेमे में आ राजनीतिक गाड़ी और बढ़ता है. यह अपने आप पर बहुत महत्वपूर्ण होगा. स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों को लेकर धर्म के मामले को लेकर अगर कह दे तो बयानों को लेकर काफी उनकी निंदा हुई थी, सवाल उठाए गए थे बीजेपी द्वारा. तो ऐसे में जब वह सभी पदों से इस्तीफा दे देते हैं.
UP Politics: सपा से नाराज स्वामी प्रसाद मौर्य का क्या होगा अगला कदम
सीधे-सीधे एक पॉलीटिकल प्रेशर है क्योंकि स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) जो लगातार हिंदू धर्म के खिलाफ बयान बाजी करते रहे, किसी भी जिले में वह जाते हैं तो कहीं ना कहीं कोई ना कोई ऐसा बयान देते हैं चाहे रामचरितमानस के खिलाफ बयान हो या हिंदू धर्म को धोखा बताने वाला बयान. यूं तो वह लगातार बयान देते रहे और इसको लेकर के पार्टी के तमाम विधायक और नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से इस बात को लेकर शिकायत करते रहे कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान की वजह से उनको क्षेत्र में लोगों के विरोध का सामना करना पड़ता और यह जो विधायक है वह बार-बार एक बात कहते हैं कि यह स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी बयान है पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है और स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी जो इस्तीफा की पेशकश वाली चिट्ठी है उसमें साफ लिखा है कि उनके बयान को चुकी वह राष्ट्रीय महासचिव हैं उसके बावजूद उनके बयान को निजी बयान बताया जाता है और इससे वह बड़े आहत हैं, जबकि पार्टी के नेताओं का यह कहना है कि क्योंकि वह जनता के बीच में जाते हैं, चुनाव उनको लड़ना है.
लोकसभा का चुनाव आ रहा है ऐसे में जनता बार-बार सवाल करती है कि आप हिंदू हैं और आप हिंदुओं के खिलाफ बयानबाजी करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कुछ नहीं बोलते हैं ऐसे में नेताओं की यह मजबूरी होती है कि पार्टी लाइन से अलग हटके यह बताएं कि स्वामी प्रसाद मौर्य का जो बयान है वह उनका निजी बयान है. ऐसे में जो नेताओं की बयानबाजी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ है और स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ की जो बयान बाजी हिंदू धर्म के खिलाफ है दोनों इशू बनता जा रहा था.
समाजवादी पार्टी के विधायक मनोज पांडे ने स्वामी प्रसाद मौर्य को बताया मानसिक तौर पर अस्वस्थ
मनोज पांडे जो की सचेतक भी है समाजवादी पार्टी के विधायक हैं उन्होंने कहा था कि मानसिक तौर पर अस्वस्थ है स्वामी प्रसाद मौर्य.
इसके जवाब में स्वामी ने कहा कि मनोज पांडे भाजपा के एजेंट और ऐसे कई एजेंट समाजवादी पार्टी में है तो इस तरह की toxic चल रही थी और इस बीच में इस्तीफा की पेशकश है इसको इस्तीफा इसलिए नहीं कहा जाएगा कि उन्होंने लिखा है कि मैं अपने स्थिति पद से त्यागपत्र दे रहा हूं कृपया इसे स्वीकार करें यानी आप अखिलेश यादव के ऊपर है कि वह इस स्थिति को स्वीकार करते हैं. स्वामी को थोड़ा दबाते हैं या पार्टी के बाकी नेताओं को कहते हैं कि स्वामी पर बयान बाजी ना करो.
लेकिन जिस तरह की बयान बाजी समाजवादी पार्टी में स्वामी प्रसाद मौर्य की तरफ से और उनके खिलाफ हो रही थी इसको लेकर पार्टी में एक बगावत जैसी स्थिति थी और खासतौर पर तब जब राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हो गई और पूरा माहौल हिंदू धर्म के आसपास पूरी राजनीति घूम के चल रही है.
आज ही अखिलेश यादव अपनी समाजवादी पार्टी दफ्तर में शालिग्राम की पूजा करते नजर आए तो एक तरफ पार्टी के अध्यक्ष उनकी पत्नी डिंपल यादव और बाकी तमाम नेता जो है वह मंदिर की जो राजनीति है उस राजनीति से किसी तरह से समाजवादी पार्टी के लोगों के बीच जाने से झिझक रहे हैं और इसमें जब आचार्य प्रसाद मौर्य की जो बयान बाजी होती है वह भारी होती है तो इस वजह से यह सारा राजनीति दबाव की है.
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जय श्री राम, जय श्री कृष्ण, हर हर महादेव